हिमाचल प्रदेश: कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों को लेकर बनाई रणनीति

हिमाचल कांग्रेस पार्टी ने राज्य में सभी चार संसदीय क्षेत्रों और छह विधानसभा उपचुनावों में जीत की उम्मीद कर रही कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को मंडी निर्वाचन क्षेत्र के लिए एक दिवसीय बैठक की। बैठक में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के साथ प्रदेश पार्टी अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और मंडी व शिमला से पार्टी प्रत्याशियों समेत अन्य वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया।

 

हिमाचल प्रदेश पार्टी प्रमुख प्रतिभा सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि राज्य में शेष लोकसभा और उपचुनावों के लिए उम्मीदवारों के नाम जल्द ही तय कर लिए जाएंगे। एचपीसीसी अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने कहा, हम बहुत जल्द उपचुनावों और शेष दो संसद क्षेत्रों के लिए उम्मीदवारों को अंतिम रूप देंगे। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को राज्य में चुनाव के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, शिमला संसदीय क्षेत्र के तहत सिरमौर जिले के वरिष्ठ कांग्रेस नेता गंगू राम मुसाफिर सहित कांग्रेस नेता, जो पहले पार्टी छोड़ चुके थे, शनिवार को फिर से पार्टी में शामिल हो गए।

हिमाचल प्रदेश के लिए पार्टी के प्रभारी एआईसीसी सचिव तजिंदर सिंह बिट्टू के इस्तीफे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पार्टी जल्द ही हिमाचल प्रदेश के लिए एक और प्रभारी नियुक्त करेगी। यह उनका व्यक्तिगत निर्णय है। मुझे कारण नहीं पता लेकिन पार्टी आलाकमान निर्णय लेगा और हिमाचल प्रदेश का प्रभारी एक और सचिव नियुक्त करेगा क्योंकि हमें चुनाव में जाना होगा।

हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भी बैठक के बारे में बताया और कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र के लिए अलग-अलग रणनीति बनाई जा रही है। कल हमने मंडी संसदीय क्षेत्र की एक बैठक की थी और निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी 17 विधानसभा क्षेत्रों के नेता विस्तृत चर्चा के बाद इकट्ठे हुए हैं। आज, हम यहां मुद्दों को उठाने के लिए हैं। राज्य पार्टी प्रमुख ने यह बैठक बुलाई है।

 

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भाजपा की मंडी प्रत्याशी कंगना रनौत पर झूठे वादे करने का आरोप लगाते हुए दावा किया कि वह जो खाना खाती हैं वह सनातन धर्म के सिद्धांतों और देवभूमि हिमाचल के सांस्कृतिक मूल्यों के खिलाफ है।

बता दें हिमाचल में चार लोकसभा सीटों के लिए सातवें चरण में 1 जून 2024 को चुनाव होना है। हिमाचल प्रदेश में चार लोकसभा सीटें हैं–हमीरपुर, मंडी, शिमला और कांगड़ा। हिमाचल में कांग्रेस विधायकों की अयोग्यता के बाद खाली हुई छह विधानसभा सीटों के साथ-साथ चार लोकसभा सीटों के लिए मतदान 1 जून को होगा।

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