दिल्ली में दोस्ती, पंजाब में लड़ाई,CM भगवंत मान ने विधानसभा में राहुल गांधी को क्यों धो डाला

चंडीगढ़: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान कांग्रेस पार्टी और उसके नेताओं पर जमकर निशाना साधा। इस दौरान उनके निशाने पर राहुल गांधी भी रहे। उन्होंने इस दौरान राहुल गांधी और कांग्रेस पर कई आरोप लगाए। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस में एक नेता हैं। वह राहुल गांधी के नाम से जाने जाते हैं। उनके पास पार्टी में कोई पद नहीं है। बजट सत्र के समय जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बोलना था तो राहुल गांधी छत्तीसगढ़ के जंगलों में घूम रहे थे। पता नहीं यह कैसी यात्रा है। वहीं उन्होंने लोकसभा चुनावों के लिए दिल्ली में आप से केवल कुछ सीटें मांगने पर भी तंज कसा और उनकी प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया।

 

 

नवजोत सिंह सिद्धू ‘बिना ड्राइवर वाली ट्रेन
भगवंत मान के निशाने पर पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू भी रहे। उन्होंने पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रमुख नवजोत सिद्धू की तुलना ‘बिना ड्राइवर वाली ट्रेन’ से की। उन्होंने कहा कि ये ट्रेन वो ट्रेन है जो नुकसान पहुंचाती है। ये उनके कार्यों के नकारात्मक प्रभाव को उजागर करती है। मान ने कांग्रेस विधायकों पर राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान कार्यवाही बाधित करने और विधानसभा से बाहर जाने का आरोप लगाया। जिससे उनका मानना था कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया कमजोर हुई है। उन्होंने कहा कि वास्तव में कांग्रेस ‘फिएट कार के पुराने मॉडल’ की तरह है जिसे अपडेट नहीं किया जा सकता।

ताला-चाबी देकर स्पीकर से कही ये बात
CM भगवंत मान ने विधानसभा अध्यक्ष को ताला और चाबी सौंपकर कहा कि विपक्ष को सदन के अंदर बंद कर दीजिए ताकि वे बाहर न निकलें। दरअसल, भगवंत मान ने पंजाब विधानसभा में बजट सत्र के शुरुआती दिन राज्यपाल के अभिभाषण को बाधित करने के लिए विपक्षी विधायकों की आलोचना की और सदन में चर्चा की मांग की। AAP विधायकों के अनुरोध पर स्पीकर कुलतार सिंह संधवान ने सत्र की शुरुआत में प्रश्नकाल और शून्यकाल की परंपरा से हटकर राज्यपाल के अभिभाषण में व्यवधान पर चर्चा की अनुमति दी। इस चर्चा के शुरू होने से पहले मान ने स्पीकर को एक ताला और चाबी वाला लिफाफा दिया और कहा कि सदन का दरवाजा अंदर से बंद कर दीजिए ताकि विपक्षी सदस्य चर्चा के दौरान बाहर न निकल सकें। मान ने स्पीकर से कहा, मैं सच बोलूंगा और वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। ताला लगा दीजिए ताकि ये भाग न जाएं। इस पर विपक्ष के सदस्य नाराज हो गए और हंगामा शुरू हो गया।

 

विपक्ष के नेता और कांग्रेस सदस्य प्रताप सिंह बाजवा ने मान से कहा कि वे भागेंगे नहीं। बाजवा और मान के बीच नोकझोंक होने पर स्पीकर ने कहा कि सदन के दरवाजे पर ताला लगाने का मुद्दा प्रतीकात्मक है ताकि सदन में चर्चा हो सके। सत्ता पक्ष और कांग्रेस विधायकों के बीच भी तीखी नोकझोंक हुई, जिसके बाद अध्यक्ष ने सदन को 15 मिनट के लिए स्थगित कर दिया। सदन स्थगित होने के बाद भी बाजवा द्वारा कुछ टिप्पणी करने के बाद सत्तारूढ़ AAP के सदस्य विपक्षी बेंच की ओर दौड़ पड़े। AAP के कुछ विधायकों और कांग्रेस विधायकों के बीच गर्मागर्म बहस होती रही। इस दौरान दोनों पार्टियों के कुछ विधायक उन्हें शांत कराने की कोशिश में भी लगे रहे।

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