Kerala: Wayanad में landslide से भारी तबाही, 70 की मौत
Wayanad (Kerala) : केरल के Wayanad के मेप्पाडी इलाके में हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 70 हो गई है और करीब 116 लोग घायल हुए हैं। केरल के मुख्य सचिव डॉ. वी. वेणु ने कहा, “स्थिति अभी भी बहुत गंभीर बनी हुई है। अस्पतालों में 70 से अधिक शव पहुंच चुके हैं। लेकिन हमें खबर मिली है कि अभी भी कई लोग लापता हैं और हताहतों की संख्या बढ़ सकती है…एक छोटी सी टीम नदी पार करके पहुंचने में कामयाब रही है लेकिन हमें मदद पहुंचाने और नदी के दूसरी तरफ बचाव अभियान शुरू करने के लिए और भी लोगों को भेजना होगा…आज और कल रेड अलर्ट है इसलिए हेलिकॉप्टर उड़ान नहीं भर सकते…NDRF पूरी ताकत से वहां मौजूद है, हमारे पास सेना का बैकअप है…
स्थिति को देखते हुए वायनाड में कुल तीन शिविर स्थापित किए गए हैं। 12 का कलपेट्टा सरकारी अस्पताल (Kalpetta Government Hospital) में और 77 का WIMS वायनाड में इलाज चल रहा है। WIMS में 8 और मेप्पाडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (Meppadi Community Health Centre) और व्यथिरी तालुक अस्पताल में एक-एक व्यक्ति की मौत की सूचना मिली है। 27 घायलों का मेप्पाडी सीएचसी में इलाज चल रहा है। 35 लोगों की मौत की सूचना मिली है और 27 का बाथरी तालुक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
#WATCH तिरुवनंतपुरम: केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन पर केरल के मुख्य सचिव डॉ. वी. वेणु ने कहा, "स्थिति अभी भी बहुत गंभीर बनी हुई है। अस्पतालों में 70 से अधिक शव पहुंच चुके हैं। लेकिन हमें खबर मिली है कि अभी भी कई लोग लापता हैं और हताहतों की संख्या बढ़ सकती है…एक छोटी सी टीम नदी… pic.twitter.com/AzUAJydOlr
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 30, 2024
केरल के वन मंत्री ससींद्रन (Kerala Forest Minister Saseendran) नुकसान का आकलन करने और तत्काल प्रतिक्रिया उपायों का समन्वय करने के लिए प्रभावित क्षेत्र में पहुंचे, राज्य मंत्री रामचंद्रन कदन्नापल्ली Minister of State Ramachandran Kadannapally) जल्द ही जमीनी स्तर पर प्रयासों में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के निर्देश पर मंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत बल के कर्मियों, अर्धसैनिक बलों, केरल सरकार के अधिकारियों और अन्य एजेंसियों के साथ अभियान में समन्वय करेंगे।
डीएससी सेंटर कन्नूर से लगभग 200 भारतीय सेना के जवान, कोझिकोड से 122 टीए बटालियन को घटनास्थल पर भेजा गया। भारतीय नौसेना के 30 विशेषज्ञ तैराकों की एक टीम को तैनात किया जा रहा है। रक्षा अधिकारियों के अनुसार, वायु सेना स्टेशन सुलूर से दो हेलीकॉप्टर भेजे गए हैं।