वायनाड भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 143 तक पहुंची, सेना ने बचाई 1000 लोगों की जान…. -
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वायनाड भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 143 तक पहुंची, सेना ने बचाई 1000 लोगों की जान….

Story Highlights
  • वायनाड भूस्खलन में मरने वालों की संख्या 143 तक पहुंची
  • सेना के साथ राज्य टीम, नौसेना और वायुसेना ने बचाई कइयों की जान
  • छुट्टी पर गए स्वास्थ्य कर्मियों को तत्काल लौटने का निर्देश
  • अस्थायी पुल बनाकर किया गया है 1,000 लोगों को रेस्क्यू
  • केरल में दो दिन के राजकीय शोक का ऐलान

केरल के वायनाड जिले में भूस्खलन के चलते बड़ी तबाही मची है। सब कुछ तहस-नहस हो चुका है। इस हादसे जान गंवाने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 143 पहुंच गई है। इस हादसे में गई जानों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के लिए केरल सरकार ने पूरे राज्य में 2 दिनों के शोक का ऐलान किया है। वहीं, भारतीय सेना, एनडीआरफ समेत तमाम विभागों ने वायनाड में बड़े स्तर पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। बता दें, इस बचाव कार्य में सेना ने करीब 1000 लोगों की जान बचाई है।

98 लोग लापता
इस हादसे से जुडी ताजा अपडेट के अनुसार, केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन में मरने वालों की संख्या अब तक कुल 143 हो चुकी है। इनमें से 143 शवों का पोस्टमॉर्टम हो चूका है। वहीं, इस दुर्घटना में आधिकारिक रूप से 98 लोगों के लापता होने की खबर है। बताया जा रहा है कि इनकी संख्या इससे ज्यादा भी हो सकती है।

सेना के साथ राज्य टीम, नौसेना और वायुसेना ने बचाई कइयों की जान
मिली जानकारी के तहत, इस आपदा के चलते भारतीय सेना ने बचाव अभियान के दौरान एक अस्थायी पुल तैयार किया, जिसके मदद से सेना के जवानों ने करीब 1000 लोगों को बचाने में कामयाबी हांसिल की। दरअसल, भूसंख्लन के चलते इलाके का स्थायी पुल टूट कर पानी में बह गया था, जिसके बाद सेना को एक अस्थायी पुल बनाना पड़ा था। बचाव अभियान के इस काम में राज्य की टीम भी नौसेना और वायुसेना के साथ सक्रिय रूप से योगदान दे रही थी।

छुट्टी पर गए स्वास्थ्य कर्मियों को तत्काल लौटने का निर्देश
इस हादसे को मध्यनजर रखते हुए केरला के सीएम पिनाराई विजयन ने छुट्टी पर गए स्वास्थ्य कर्मियों को तुरंत काम पर लौटने का निर्देश दिया है। उन्होंने बताया कि आवश्यक आपूर्ति पहुंचाने के लिए सभी जरुरी कदम उठाए गए हैं। पीने का पानी ले जाने वाले दो वाहन 20,000 लीटर पानी लेकर आपदा क्षेत्र में पहुंचेंगे।

 

 

अस्थायी पुल बनाकर किया गया है 1,000 लोगों को रेस्क्यू

कर्नल नागरा ने बताया है कि इलाके में बड़ी घटना की आशंका में सेना पिछले 15 दिन से अलर्ट पर थी. मंगलवार सुबह केरल सरकार के संपर्क करते ही भारतीय सेना के जवान रेस्क्यू में जुट गए, जिसमें NDRF, SDRF और नौसेना-वायुसेना भी समान मदद कर रही है. भारी बारिश के कारण इलाके में पुल बह गए हैं, जो रेस्क्यू में बेहद अहम होते हैं. सेना के इंजीनियरों ने एक अस्थायी पुल बनाया है, जिससे 1,000 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित इलाकों में भेजा गया है. कुछ शव भी निकाले गए हैं. अब भी 18 से 25 लोग फंसे हुए हैं.

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