World Hearing Day 2024 : नवजात शिशु में पता करवाना जरूरी बच्चा सुन सकता है या नहीं – डा. नरेश पांडा

चंडीगढ़(विनोद शर्मा)। 3 मार्च को वर्लड हियरिंग डे के रूप में मनाया जाता है। जिसको लेकर पीजीआई के ईएनटी विभाग की ओर से इस बारे में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। पीजीआई के ईएनटी विभाग के हेड डा. नरेश पांडा, डा. भानुमती और डा. जयमंती बख्शी इस दौरान मौजूद थे।

 

डा. नरेश पांडा ने बताया कि यह अदृश्य बीमारी है जिसके बारे में किसी को भी नहीं पता चलता। इन दिनों नवजात शिशु में हियरिंग की सबसे अधिक समस्या आती है पीजीआई में जो अब तक के केस सामने आए हैं। उसमें देखा गया है कि नवजात शिशु के होते ही दो दिन के भीतर हियरिंग टेस्ट करवाना जरूरी है। और पेरेंट्स को इसके बारे में जागरूक रहने की जरूरत है। पेरेंट्स कभी बच्चों की इस समस्या को इगनोर करते हैं । जिसके कारण बाद में बच्चा बड़ा होकर यह समस्या महसूस करता है। हियरिंग के कारण ही जो बच्चे बोल नहीं पाते उन्हें स्पीच की समस्या भी आती है। इस बार का थीम हियरिंग केयर फॉर ऑल रखा गया है। पीजीआई में इसको लेकर टेस्ट भी होते हैं। जो टेस्ट में फेल होते हैं और उनका इलाज किया जाता है। इसमें कई बच्चों को इंप्लांट करते हैं। पीजीआई में पिछले 20 सालों में 600 बच्चों के इंप्लांट कर चुके हैं।

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